कांग्रेस के समय से एम्स कि स्थापना की मुहीम बनारस में चल रही है, लेकिन आज तक यहां के डॉक्टरों कि यह मांग पूरी नहीं हो पाई है। कांग्रेस में जब सत्ता में थी तब भाजपा ने इस मुद्दे को उठाया था और सत्ता में आने के बाद एम्स कि स्थापना कराने का वादा किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संसदीय क्षेत्र है, उसके बावजूद बनारस के लोगों कि आवाज भाजपा सरकार सुनने को तैयार नहीं है। सर सुन्दर लाल चिकित्सालय के कार्डियोलॉजिस्ट ओम शंकर कहते हैं कि काशी में एम्स कि मांग किसी पार्टी, धर्म या जाति के विरोध या समर्थन की मुहीम नहीं, बल्कि मानवता-भारतीय संस्कृति-सम्मान की रक्षा तथा भगवान धन्वंतरि के अपमान को रोकने की मुहीम है। और ये मुद्दा हर काशी लोगों के बेहतर जीवन और उत्थान से जुड़ा है, हमारी संस्कृति से जुड़ा है। अगर गोरखपुर में मेडिकल कॉलेज रहते हुए वहां एम्स खुल सकता है तो फिर भगवन धन्वंतरि के जन्मस्थली पर क्यों नहीं? अगर भगवान राम जी के ही जन्म स्थली पर भगवन राम जी का मंदिर बनना चाहिए तो फिर भगवन विष्णु जी के ही दूसरे अवतार भगवान धन्वंतरि जी के जन्म स्थली काशी को छोड़कर एम्स कही और कैसे बनना चाहिए? एम्स किसी पार्टी,जाति, धर्म और व्यक्ति के विरोध और समर्थन के लिए नहीं बनाया जाता। ये तो सिर्फ और सिर्फ मानवता की रक्षा लिए और गरीबों को और गरीब बनने से रोकने के लिए खोला जाता है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को फायदा हो। मुसलमानों के विकास के लिए मोदी ने उठाया यह कदम, ओवैसी ने भी की मोदी की तारीफ एम्स को लेकर अगर राजनीति हो रही है तो इस देश में प्रधानमंत्री ज्यादा सक्षम हैं या फिर योगी जी जैसे सांसद, जो गलत तथ्यों के बिना पर काशी-भगवन धन्वंतरि -भारतीय संस्कृति के अपमान पर तुले हैं। मोदी जी काशी से सांसद-प्रधानमंत्री होते हुए भी पूरी दुनियां में 'चिकित्सा जगत की उत्पत्ति स्थल काशी' से 'भगवान धन्वंतरि के मंदिर एम्स' को योगीजी छीनकर गोरखपुर ले जाना चाह रहे हैं जिसको हमारे सांसद महोदय जो कि देश के प्रधानमंत्री भी हैं धृतराष्ट्र बने चुप-चाप देख रहे हैं।
नहीं शायद महोदय ये भी भूल गए की गंगा मैय्या-भारतीय संस्कृति और सम्मान की रक्षा के लिए काशिवासियों ने आंख मूंद कर उन्हें अपार बहुमत से विजयी बनाकर इस देश की राजगद्दी पर बिठाया था।
Sunday, June 5, 2016
Filled Under:
नरेंद्र मोदी को मिली ध्रितराष्ट्र की उपाधि, बनारस में।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment