ये मेरा 28 जून 2015 का पोस्ट है जब मैंने मोदीजी के वाराणसी आगमन के कैंसिल होने पर लिखी थी जो आज पुनः सत्ययापित हो गया है। जिस अनिष्ट का मुझे अंदेशा था वो भी आज सही साबित हो गया।एक व्यक्ति की पंडाल बनाने में मृत्यु हो गयी।सभी मौसम वैज्ञानिकों और ज्योतिषियों की भविष्यवाणी भी गलत साबित हुई और मेरी 14 महीने की तपस्या सही साबित हुई।अब तो सच को स्वीकार करें प्रधानमंत्री महोदय और यहाँ गरीबों के लिए 14 महीने के मेरे बनवास और तपस्या की सत्यता को स्वीकार करते हुए एम्स की घोषणा करें वरना कहीं अगली बार ये अनिष्ट पुनः किसी और के साथ न हो जाये।
कोई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है,
वही होता है जो मंजूर खुद होता है।
आज फिर वही हुआ...
पैसे आये एम्स बन्ने और बना दिए ट्रामा सेंटर वो भी बाबा की नागरी में ,ऐसा अन्याय बाबा अपने नागरी में कैसे होने देंगे??
अब भी समझ जाएँ और एम्स का उद्घाटन करें वरना और भी कुछ अनिष्ट होगा। मेरे facebook पोस्ट से दिनांक 28 जून 2015
कोई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है,
वही होता है जो मंजूर खुद होता है।
आज फिर वही हुआ...
पैसे आये एम्स बन्ने और बना दिए ट्रामा सेंटर वो भी बाबा की नागरी में ,ऐसा अन्याय बाबा अपने नागरी में कैसे होने देंगे??
अब भी समझ जाएँ और एम्स का उद्घाटन करें वरना और भी कुछ अनिष्ट होगा। मेरे facebook पोस्ट से दिनांक 28 जून 2015
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