🌹काशी मांगे एम्स!🌹
👉....तो �क्या हमने अपना जन-प्रतिनिधि चुनने में कोई गलती की थी?
🌹इस लोकसभा में काशी से प्रतिनिधित्व करनेवाले सांसद महोदय खुद प्रधानमंत्री हैं। गृहमंत्री महोदय का गृहजनपद काशी के ठीक बगल का जनपद चंदौली है। देश के रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा भी बगल के जनपद ग़ाज़ीपुर से ही प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र भी बगल के जनपद देवरिया से पूर्वांचल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
🌹काशी से शिक्षा ग्रहण करनेवाले कई दिग्गज राजनेता भी इस बार के संसद में अगल-बगल के जिलों से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं,जिनमे बिरेन्द्र सिंह मस्त,गायक मनोज तिवारी,भारत सिंह,महेंद्र नाथ पाण्डेय,राम चरित्र निषाद,कृष्ण प्रताप,तथा अनुप्रिया पटेल इत्यादि प्रमुख हैं।
🌹बड़े दुःख की बात है की देश के इतने सारे धुरंधर काशी तथा आस-पास के जनपदों से प्रतिनिधत्व कर रहे हैं,और भारतीय संस्कृति,काशी और मानवता के सम्मान का प्रतिक भगवन धन्वंतरि के प्रस्तावित मंदिर "एम्स काशी", इनके जन्मस्थली काशी से छीनकर एक सांसद योगीजी गोरखपुर ले जा रहे हैं (जबकि PMSSY फण्ड से बी आर डी मेडिकल कॉलेज को उच्चीकृत करने के लिए 2015 में 150 करोड़ की धनराशि दे दी जा चुकी है और बगल में ही आज़मगढ़ में एक पी जी आई भी अब काम करने लगा है) और सभी धुरंधर मूकदर्शक बने देख रहे हैं।
🌹क्या काशी-गंगा मैय्या-संस्कृति के नाम पर संसद में पहुचे इतने सरे दिग्गज मिलकर भी हमारे संस्कृति के प्रतिक भगवन विष्णु के अवतार, भगवन धन्वंतरि के जन्मस्थली काशी के साथ होने वाले अन्याय को रोकने में अक्षम है?
🌹काशी में एम्स आंदोलन के बाद पूर्वांचल में घोषित भगवान धन्वंतरि-देवदास-सुश्रुत के मंदिर एम्स का शिलान्यास ये साबित करेगा कि काशी तथा आस-पास की गरीब जनता ने संस्कृति,सम्मान और अपने अधिकार की रक्षा के लिए जिन महारथियों को चुना था वो निर्णय सही था या फिर गलत??
👉काशी की जनता करे पुकार,
कोई तो हमारी भी सुध ले लो सरकार!