🌹काशी मांगे न्याय, प्रधानमंत्री जी आपसे🌹
काशी में एम्स के स्थापना की मुहीम, किसी पार्टी,धर्म या जाति के विरोध या समर्थन की मुहीम नहीं, बल्कि मानवता-भारतीय संस्कृति-सम्मान की रक्षा तथा भगवान धन्वंतरि के अपमान को रोकने की मुहीम है....
👉 क्योंकि हममे से कोई अमर नहीं है और ये मुद्दा हर काशी वाशियों के बेहतर जीवन और उत्थान से जुड़ा है,हमारे संस्कृति से जुड़ा है।
👉 अगर गोरखपुर में मेडिकल कॉलेज रहते हुए वहां एम्स खुल सकता है तो फिर भगवन धन्वंतरि के जन्म स्थली पर क्यों नहीं?
👉 अगर भगवान राम जी के ही जन्म स्थली पर भगवन राम जी का मंदिर बनना चाहिए तो फिर भगवन विष्णु जी के ही दूसरे अवतार भगवान धन्वंतरि जी के जन्म स्थली काशी को छोड़कर एम्स कही और कैसे बनना चाहिए?
👉 एम्स किसी पार्टी,जाति, धर्म और व्यक्ति के विरोध और समर्थन के लिए नहीं बनाया जाता। ये तो सिर्फ और सिर्फ मानवता की रक्षा लिए और गरीबों को और गरीब बनने से रोकने के लिए खोला जाता है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को फायदा हो.....
👉 न की किसी के राजनीती चमकाने के लिए और हमारे देश के सिमित संसाधनों के दुरूपयोग के लिए?
👉 अगर राजनीती की भी बात है तो सवाल उठता है की इस देश में प्रधानमंत्री ज्यादा सक्षम हैं या फिर योगी जी जैसे सांसद, जो गलत तथ्यों के बिना पर काशी-भगवन धन्वंतरि -भारतीय संस्कृति के अपमान पर तुले हैं।
मोदी जी काशी से सांसद-प्रधानमंत्री होते हुए भी, पुरे दुनियां में "चिकित्सा जगत की उत्पत्ति स्थल काशी" से "भगवान धन्वंतरि के मंदिर एम्स" को योगीजी छीनकर गोरखपुर ले जाना चाह रहे हैं जिसको हमारे सांसद महोदय धृतराष्ट्र बने चुप-चाप देख रहे हैं।
👉 शायद महोदय ये भी भूल गए की गंगा मैय्या-भारतीय संस्कृति और सम्मान की रक्षा के लिए काशिवशियों ने आँख मूंदकर, उनके मुँह खोले बिना अपार बहुमत से विजयी बनाकर इस देश की राजगद्दी पर बिठाया था।
अब उनको काशीवासियों के इस अहसान चुकाने और विश्वास पर खड़े होकर दिखाने की घड़ी है!
🌹काशी मांगे प्रधानमंत्री जी आपसे न्याय!🌹
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