इस देश का कानून माओवादी विचारधारा रखनेवाले को भी गुनहगार नहीं मानता परंतु मानववादी होना प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र में गुनाह है।बी0 एच0 यू0 में एंजियोप्लास्टी की शुरुआत करना गुनाह है परंतु भरष्टाचार फैलाना गुनाह नहीं है।यहाँ बेहतर स्वस्थ सेवा और एम्स की बात करना तो गुनाह है परंतु मालवीय जी का नाम बेचकर पद पाना और फिर भरष्टाचार करना गुनाह नहीं है।यहाँ न्याय की बात करना तो गुनाह है परंतु अन्याय करना महामना के आदर्शों par चलने जैसा mana जा रहा है।आज शर्मसार हो रहा है अपने ही मंदिर में महामना और सोया है उनके उपासक।
Tuesday, May 26, 2015
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